बरेली में भीषण गर्मी के बीच “आकाश बिल्डटैक” ने राहगीरों को पिलाया शीतल शर्बत, लोगों ने कहा- ‘यह सेवा मिसाल है’

रिपोर्ट: अजय सक्सेना
स्थान: बरेली (उत्तर प्रदेश)

बरेली, 5 जून 2025।
जहां एक ओर पूरा उत्तर भारत भीषण गर्मी की चपेट में है, वहीं दूसरी ओर इंसानियत की ठंडी बयार बहती नजर आई बरेली के पीलीभीत बायपास रोड पर। यहां स्थित “आकाश टॉवर” के आकाश बिल्डटैक प्राइवेट लिमिटेड के समस्त स्टाफ ने राहगीरों को राहत पहुंचाने के लिए ठंडे मधुपेय (शर्बत) की सेवा कर एक सराहनीय पहल की।

गर्मी की तपिश से जूझ रहे यात्रियों और आम लोगों के लिए यह शीतल पेय किसी अमृत से कम नहीं था। इस मानवीय सेवा के पीछे एक गहरी सोच है—“जल ही जीवन है”। यह सिर्फ एक कहावत नहीं, बल्कि जीवन की सच्चाई है। आज भी जब लोग जल संरक्षण के प्रति उदासीन हैं, ऐसे प्रयास समाज को जागरूक करने का भी कार्य करते हैं।

धरती पर मौजूद 70% जल में से केवल 2% पानी ही पीने योग्य है, और उस पर भी निरंतर हो रहा दुरुपयोग चिंता का विषय है। यदि अभी भी हम नहीं जागे, तो आने वाला समय जल संकट को और भयावह बना सकता है।

इस पहल को सफल बनाने में जी.डी. गंगवार, हेतराम गंगवार, राजेश सिंह, सतेंद्र पटेल, मानसिंह, धर्मवीर मौर्य, सुरेंद्र गोड और अजय सक्सेना का विशेष योगदान रहा। इन सभी ने मिलकर राहगीरों को ठंडक ही नहीं, इंसानियत का संदेश भी दिया।

इस सेवा कार्य ने एक बार फिर सिद्ध किया कि छोटे-छोटे प्रयास भी समाज में बड़ा बदलाव ला सकते हैं। लोगों ने इस प्रयास की खूब सराहना की और आकाश बिल्डटैक की टीम को धन्यवाद दिया।


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