
Bareilly, 30 April 2025:
बरेली के सेठ दामोदर स्वरूप पार्क में मंगलवार को समाजवादी पार्टी ने एक विशाल और ऐतिहासिक धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया। यह प्रदर्शन संविधान की रक्षा, सामाजिक न्याय और समाज में फैल रही जातीय नफरत के खिलाफ एक सशक्त जनसंदेश के रूप में देखा गया। प्रदर्शन की अगुवाई राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन और युवा नेता अशोक यादव ने की। इस आयोजन में हजारों की संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, महिलाओं और युवाओं ने भाग लिया।
धरने के मुख्य मुद्दे:
- सांसद रामजी लाल सुमन को दी गई जान से मारने की धमकी
- भाजपा पर संविधान विरोधी गतिविधियों का आरोप
- दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर हमले का विरोध
- जातीय विद्वेष फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
गूंजे संविधान बचाने के नारे
धरना स्थल पर “संविधान बचाओ, लोकतंत्र बचाओ”, “जातिवाद मुर्दाबाद” और “नफरत नहीं, भाईचारा चाहिए” जैसे नारों ने माहौल को जोश और एकजुटता से भर दिया।
नेताओं के तीखे बयान
समाजवादी पार्टी के बरेली जिलाध्यक्ष शिवचरण कश्यप ने कहा,
“यह सिर्फ एक नेता की नहीं, बल्कि संविधान और लोकतंत्र की लड़ाई है।”
वरिष्ठ नेता मनोहर सिंह पटेल ने कहा,
“भाजपा संविधान को बदलने की साजिश रच रही है। वह दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को उनके अधिकारों से वंचित करना चाहती है।”
समीम खां सुल्तानी ने चेतावनी दी कि
“जातीय विद्वेष फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। प्रशासन को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।”
राज्यपाल को सौंपा गया ज्ञापन
धरने के अंत में राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा गया जिसमें चार मुख्य मांगें रखी गईं:
- रामजी लाल सुमन को तत्काल सुरक्षा प्रदान की जाए
- धमकी देने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई हो
- जातीय विद्वेष फैलाने वालों पर FIR दर्ज की जाए
- सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिशों पर सख्त रोक लगे
बरेली से उठा सामाजिक चेतना का संदेश
यह प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा लेकिन अपनी भीड़ और संदेश के कारण यह एक ऐतिहासिक राजनीतिक और सामाजिक क्षण बन गया। बरेली की जनता ने यह स्पष्ट कर दिया कि अब नफरत, जातिवाद और असमानता की राजनीति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।