
Akhil Kumar Shrivastav, Pilibhit news
23 मई 2025, बीसलपुर (पीलीभीत):
भारतीय किसान यूनियन (भानु) द्वारा बीसलपुर तहसील में आज से अनिश्चितकालीन किसान आंदोलन की शुरुआत कर दी गई है। यह आंदोलन किसानों की समस्याओं के समाधान और भ्रष्टाचार के खिलाफ किया जा रहा है। आंदोलन का नेतृत्व जिला अध्यक्ष भजनलाल क्रोधी कर रहे हैं।
क्यों शुरू हुआ यह किसान आंदोलन?
बीसलपुर क्षेत्र के किसान लंबे समय से कई समस्याओं से जूझ रहे हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
- सिंचाई के साधनों की कमी
- फसल बीमा भुगतान में देरी
- आवारा पशुओं से फसलों को हो रहा नुकसान
- खाद-बीज की कालाबाजारी
- बिजली आपूर्ति में अनियमितता
इन सभी मुद्दों को लेकर भारतीय किसान यूनियन भानु ने सरकार और प्रशासन से कई बार संवाद किया, लेकिन समाधान न मिलने पर अब अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन का रास्ता अपनाया गया है।
आंदोलन में शामिल प्रमुख किसान नेता और पदाधिकारी:
इस आंदोलन में जिले और तहसील स्तर के कई प्रमुख पदाधिकारी शामिल हैं:
- धर्मेंद्र कुमार गुप्ता – जिला मीडिया प्रभारी
- नंदकिशोर राठौर – तहसील अध्यक्ष, पीलीभीत
- सुखलाल गंगवार – ब्लॉक अध्यक्ष, ललोरीखेड़ा
- कुंज बिहारी गंगवार – ब्लॉक महामंत्री
- विक्रम पासवान – उपाध्यक्ष
- अशोक राठौड़ – जिला संगठन मंत्री
- ओम प्रकाश राजपूत – जिला उपाध्यक्ष
- महेंद्र सिंह गंगवार – तहसील अध्यक्ष, बीसलपुर
- शिवम राठौड़ – तहसील उपाध्यक्ष
- निसार शाह – अल्पसंख्यक जिला अध्यक्ष
इसके अलावा अमर सिंह वर्मा, ओम प्रकाश मौर्य, हरिनंदन, कमला प्रसाद, मुन्नी देवी, कलावती, चंद्रकली, भानुमति सहित सैकड़ों किसान आंदोलन स्थल पर मौजूद रहे।
किसानों की मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा
भारतीय किसान यूनियन भानु ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक सरकार किसानों की सभी मांगों को नहीं मानती, तब तक यह आंदोलन अनवरत जारी रहेगा। संगठन ने इसे किसानों की लड़ाई और भ्रष्टाचार के खिलाफ जन-आंदोलन बताया है।
निष्कर्ष:
बीसलपुर तहसील का यह आंदोलन अब सिर्फ एक क्षेत्रीय मुद्दा नहीं रह गया है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों के किसानों को भी प्रेरित कर रहा है। यदि जल्द ही प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठाता, तो यह आंदोलन और भी व्यापक रूप ले सकता है।