
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के जहानाबाद क्षेत्र में स्थित कल्याणपुर चक्रतीर्थ सरोवर इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। यह पवित्र और ऐतिहासिक स्थल, जहां ग्रामीण धार्मिक आस्था के साथ-साथ मछली पालन भी करते हैं, एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना का शिकार हो गया है। हाल ही में इस सरोवर में किसी असामाजिक तत्व ने जहरीला पदार्थ डाल दिया, जिससे सैकड़ों मछलियों की अकाल मृत्यु हो गई।
पर्यावरणीय संतुलन पर गंभीर असर
मछलियों की मौत से न केवल आर्थिक नुकसान हुआ है, बल्कि इस घटना ने स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को भी गंभीर रूप से प्रभावित किया है। तालाबों और जलाशयों में इस प्रकार के जहरीले रसायनों का मिलना जलचर जीवन को नष्ट कर देता है और जल की गुणवत्ता भी खराब हो जाती है।
ग्रामीणों में भारी नाराजगी
कल्याणपुर के ग्रामीणों ने बताया कि सरोवर में मछलियों का पालन बड़े पैमाने पर किया जाता था, जिससे कई परिवारों की आर्थिक निर्भरता जुड़ी हुई थी। मछलियों की इस तरह से मौत से हजारों-लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि जांच कर दोषियों को सख्त सजा दी जाए।
प्रशासन की भूमिका और जांच
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग ने जांच शुरू कर दी है। सरोवर से पानी और मृत मछलियों के सैंपल लेकर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। उम्मीद की जा रही है कि जल में डाले गए जहरीले तत्व की पहचान जल्द ही कर ली जाएगी।
धार्मिक स्थल की गरिमा को ठेस
कल्याणपुर चक्रतीर्थ सरोवर केवल मछली पालन का केंद्र ही नहीं, बल्कि एक प्राचीन धार्मिक स्थल भी है। यहां हर साल ग्रामीणों द्वारा धार्मिक आयोजनों का आयोजन होता है। ऐसी घटना ने न सिर्फ प्रकृति के साथ अन्याय किया है बल्कि धार्मिक भावनाओं को भी आहत किया है।
निष्कर्ष
जहानाबाद, पीलीभीत का यह मामला यह दर्शाता है कि हमें प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा और धार्मिक स्थलों की गरिमा बनाए रखने की कितनी जरूरत है। प्रशासन को जल्द से जल्द दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोहराई न जाएं।