
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान जाने के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ “ऑपरेशन सिंदूर” लॉन्च किया। यह ऑपरेशन भारत की ओर से एक सुनियोजित और सटीक जवाब था, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान-ऑक्यूपाइड कश्मीर (POK) में मौजूद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया।

ऑपरेशन सिंदूर: क्या हुआ?
भारत ने मंगलवार रात को महज़ 25 मिनट में 24 मिसाइल हमले कर 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया। इन हमलों में करीब 70 आतंकियों की मौत और 60 के घायल होने की सूचना है। भारतीय वायुसेना और सेना ने इन स्ट्राइक्स को इस तरह से अंजाम दिया कि दुश्मन को प्रतिक्रिया का मौका ही नहीं मिला।
अमेरिका का समर्थन और Michael Rubin की प्रतिक्रिया
पूर्व पेंटागन अधिकारी और अमेरिकी थिंक टैंक एईआई (AEI) के वरिष्ठ फेलो माइकल रुबिन ने भारत की कार्रवाई का समर्थन किया और कहा:
“अब वक्त आ गया है कि अमेरिका पाकिस्तान को आतंकवाद प्रायोजित देश घोषित करे, सिर्फ उसके आतंकी संगठनों को नहीं।”
उन्होंने पाकिस्तान को “फेल्ड स्टेट” (असफल राष्ट्र) बताया और कहा कि भारत में सभी धर्मों के लोग साथ रहते हैं, जबकि पाकिस्तान ने अपने अल्पसंख्यकों को बाहर कर दिया है।
भारतीय नेतृत्व की प्रतिक्रिया
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से फोन पर बातचीत में कहा:
“भारत आतंकवादी हमलों का सटीक और मापा हुआ जवाब देगा, लेकिन किसी भी प्रकार के सैन्य तनाव को बर्दाश्त नहीं करेगा।”
भारत सरकार ने अमेरिका के सहयोग के लिए आभार भी जताया।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और LOC पर गोलीबारी
पाकिस्तान ने भारत के मिसाइल हमलों के बाद बिना किसी भेदभाव के फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें 16 भारतीय नागरिकों की मौत हुई। इसके जवाब में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी चौकियों को तबाह कर दिया। रक्षा मंत्रालय ने पहली बार एक पाकिस्तानी मिलिट्री पोस्ट के ध्वस्त होने का वीडियो जारी किया है।
घरेलू प्रभाव: हवाई अड्डे बंद, स्कूलों में छुट्टी
सुरक्षा के मद्देनज़र भारत सरकार ने 24 हवाई अड्डों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है, जिनमें श्रीनगर, जम्मू, अमृतसर, चंडीगढ़ जैसे शहर शामिल हैं। साथ ही पंजाब, राजस्थान और हरियाणा के स्कूलों को शनिवार तक बंद कर दिया गया है।
निष्कर्ष
भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह आतंकवाद को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा और किसी भी हमले का सटीक जवाब देगा। ऑपरेशन सिंदूर न सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई थी, बल्कि यह भारत की आतंक के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति का प्रतीक भी है। पाकिस्तान को अब यह समझना होगा कि भारत अब सिर्फ सहन नहीं करेगा, जवाब देगा – और वह भी सटीक और निर्णायक तरीके से।