
बरेली पुलिस ने फर्जी पुलिसकर्मी बनकर स्मैक तस्करी करने वाले तीन तस्करों को गिरफ्तार किया। जानिए कैसे पुलिस ने घेराबंदी कर इन आरोपियों को पकड़ा और क्या-क्या सामान बरामद हुआ।
बरेली, उत्तर प्रदेश:
बरेली कोतवाली पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन ऐसे तस्करों को गिरफ्तार किया है जो खुद को फर्जी पुलिसकर्मी बताकर लंबे समय से स्मैक तस्करी का धंधा कर रहे थे। यह गिरफ्तारी बरेली की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाती है और अपराधियों के हौसले पस्त करती है।
कैसे हुआ भंडाफोड़?
एसएसपी अनुराग आर्य के निर्देशन में कोतवाली पुलिस की टीम रविवार रात चेकिंग अभियान चला रही थी। तभी सूचना मिली कि रेलवे स्टेशन के पास तीन संदिग्ध लोग खड़े हैं। पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची और घेराबंदी कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार तस्करों की पहचान:
- मोहम्मद कासिम उर्फ अनीस – निवासी जसवंतपुर, थाना शेरगढ़
- अनीस अहमद – निवासी गांव टिटौली, थाना फतेहगंज पश्चिमी
- नदीम – निवासी फतेहगंज पश्चिमी
बरामद हुआ सामान:
- 49 ग्राम स्मैक
- दो मोबाइल फोन
- पुलिस के दो फर्जी आई कार्ड
- स्वास्थ्य प्रमाणपत्र
- अन्य आपत्तिजनक सामग्री
कैसे करते थे तस्करी?
आरोपी खुद को पुलिसकर्मी बताकर न केवल इलाके में रौब झाड़ते थे, बल्कि यदि कोई असली पुलिसकर्मी पूछताछ करता, तो फर्जी आईडी दिखाकर खुद को बचा लेते थे। वे स्मैक की पुड़िया बनाकर छोटे तस्करों को सप्लाई करते थे और फिक्स ग्राहकों के जरिए बिक्री करते थे ताकि वे पुलिस की निगाह में न आ सकें।
फतेहगंज पुलिस की दूसरी बड़ी कार्रवाई:
वहीं फतेहगंज पश्चिमी थाना पुलिस ने सीबीगंज क्षेत्र के परसाखेड़ा निवासी शकील को भी 32 ग्राम स्मैक, मोबाइल और बाइक के साथ गिरफ्तार किया। शकील की गिरफ्तारी मुखबिर की सूचना पर टीन शेड के पास से हुई।
पुलिस की जांच जारी:
कोतवाली पुलिस अब आरोपियों के फर्जी आई कार्ड और स्वास्थ्य प्रमाणपत्र की गहन जांच कर रही है। पता लगाया जा रहा है कि ये दस्तावेज किसने बनाए और इनके पीछे क्या उद्देश्य था।
निष्कर्ष:
बरेली पुलिस की इस कार्रवाई से साफ है कि अब अपराधियों के लिए कोई सुरक्षित जगह नहीं है। पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई ने एक बड़े तस्कर गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया है।
सुझाव: यदि आपको कोई संदिग्ध व्यक्ति पुलिसकर्मी बनकर रौब झाड़ते हुए दिखे, तो तुरंत नजदीकी थाना में सूचना दें।