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बरेली: सिंघाई कला का पंचायत भवन बना ‘सफेद हाथी’, ग्रामीणों के कार्यों पर लगा रहता है ताला

रिपोर्ट: रामबीर सिंह चौहान, बरेली

बरेली के गांव सिंघाई कला का पंचायत भवन बना सफेद हाथी, अधिकारियों की लापरवाही से ग्रामीणों को उठानी पड़ रही है परेशानी। जानिए पूरी खबर।


भुता, बरेली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘गांव-गांव पंचायत भवन’ के सपने को बरेली के गांव सिंघाई कला में साकार होना बाकी है। यहां बना पंचायत भवन लगातार बंद रहने के कारण एक ‘सफेद हाथी’ साबित हो रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि अधिकारी और कर्मचारी मूक दर्शक बने हुए हैं, जबकि ग्राम प्रधान और सचिव विकास की धनराशि का दुरुपयोग कर रहे हैं।

ग्रामीणों को हो रही दिक्कत

यूपी सरकार का लक्ष्य था कि पंचायत भवनों में ही सभी विभागों के अधिकारी बैठेंगे और ग्रामीणों की समस्याओं का निस्तारण गांव में ही हो सकेगा। लेकिन सिंघाई कला की ground reality इससे कोसों दूर है। ग्रामीणों को आय, जाति, निवास जैसे जरूरी प्रमाण पत्र बनवाने के लिए भी ब्लॉक कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ते हैं, जहां भी कार्य होने की कोई गारंटी नहीं है।

पंचायत भवन में सन्नाटा

भवन के आस-पास रहने वाले निवासियों का कहना है कि यहां कभी कोई अधिकारी या कर्मचारी नजर नहीं आता। भवन का ताला खुलना एक दुर्लभ घटना है। इस लापरवाही का सीधा असर ग्रामीणों के रोजमर्रा के कार्यों पर पड़ रहा है, जो महीनों से अटके हुए हैं।

ग्राम प्रधान पर लगे गंभीर आरोप

गांव के जागरूक नागरिकों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि ग्राम प्रधान और सचिव मिलकर विकास कार्यों की पूरी धनराशि हड़प चुके हैं। उनका कहना है कि गांव में आज तक कोई विकास कार्य नहीं हुआ है। इन आरोपों की शिकायत कई बार उच्च अधिकारियों से की गई, लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की।

ग्राम प्रधान का बयान, दोषी ठहराया रोजगार सेवक को

इस मामले पर जब ग्राम प्रधान से बात की गई, तो उन्होंने जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि उनके पास रोजगार सेवक ही पंचायत सहायक है, इसलिए वही कभी-कभार भवन में बैठते हैं। उन्होंने दावा किया कि यह जानकारी एडीओ पंचायत और वीडीओ को भी है।

शिकायत के बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई

ग्रामीणों ने इस पूरे मामले की शिकायत डीपीआरओ कार्यालय से भी करने की कोशिश की, लेकिन फोन नहीं उठने के कारण वे अपनी बात तक नहीं रख सके। ऐसे में, ग्रामीणों का suffering जारी है और सरकार की योजना का उद्देश्य इस गांव में fail होता नजर आ रहा है।