
रिपोर्टर: डी.पी. मिश्रा | पलिया कलां (खीरी)
भारत-नेपाल सीमावर्ती जिलों के अधिकारियों की समन्वय बैठक का सफल आयोजन किया गया, जिसमें सीमा सुरक्षा को सुदृढ़ बनाने और शांति व्यवस्था बनाए रखने पर विस्तृत चर्चा की गई।
जानकारी के अनुसार, 39वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के सभागार कक्ष में भारत-नेपाल जिला स्तरीय समन्वय बैठक का आयोजन हुआ। इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता खीरी जिलाधिकारी श्रीमती दुर्गा शक्ति नागपाल ने की। बैठक में नेपाल से आए वरिष्ठ प्रशासनिक एवं सुरक्षा अधिकारियों तथा भारत की ओर से जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, सशस्त्र सीमा बल एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों ने सहभागिता की।
बैठक का मुख्य उद्देश्य भारत-नेपाल सीमा पर आपसी समन्वय को सुदृढ़ करना और सीमा क्षेत्र में शांति एवं सुरक्षा बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाना रहा। बैठक के दौरान निम्नलिखित विषयों पर गंभीरतापूर्वक विचार-विमर्श किया गया:
- सीमा स्तम्भों का संरक्षण एवं मरम्मत:
दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने सीमा स्तम्भों की स्थिति की समीक्षा करते हुए क्षतिग्रस्त स्तम्भों की शीघ्र मरम्मत पर सहमति जताई। - सीमा पर अतिक्रमण के मामले:
सीमा पर अतिक्रमण की घटनाओं को रोकने हेतु संयुक्त सर्वेक्षण कराने और स्थानीय प्रशासन के आपसी समन्वय से त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्णय लिया गया। - सीमा चेक पोस्ट की व्यवस्था:
चेक पोस्टों पर आवागमन को सुव्यवस्थित करने और चेकिंग व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने के उपायों पर चर्चा की गई। - तस्करी पर नियंत्रण:
मादक पदार्थों, हथियारों, जीव-जंतुओं एवं वनों की दुर्लभ संपदाओं की तस्करी पर अंकुश लगाने हेतु दोनों देशों के सुरक्षा बलों के बीच त्वरित सूचना साझा करने की व्यवस्था विकसित करने पर सहमति बनी। - मानव तस्करी एवं अवैध गतिविधियाँ:
मानव तस्करी, बाल श्रम, अवैध आव्रजन एवं अन्य आपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिए सतर्कता बढ़ाने, संयुक्त गश्त एवं विशेष अभियान संचालित करने का निर्णय लिया गया।
इसके अतिरिक्त, भविष्य में भारत और नेपाल के स्थानीय अधिकारियों के बीच समय-समय पर बैठकें आयोजित करने तथा समस्याओं का शीघ्र समाधान निकालने पर भी सहमति व्यक्त की गई। सीमा क्षेत्र में किसी भी घटना की त्वरित सूचना साझा करने एवं उस पर शीघ्र कार्रवाई हेतु एक संयुक्त संपर्क प्रणाली विकसित करने पर भी सहमति बनी।
बैठक के समापन पर जिलाधिकारी श्रीमती दुर्गा शक्ति नागपाल ने सभी अधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भारत और नेपाल के ऐतिहासिक संबंधों को और अधिक प्रगाढ़ बनाने में इस प्रकार की समन्वय बैठकें अत्यंत सहायक सिद्ध होंगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आपसी सहयोग, संवाद और समझ के माध्यम से सीमा क्षेत्र को अपराधमुक्त एवं शांतिपूर्ण बनाया जा सकेगा।
उपस्थित अधिकारियों ने भी आपसी विश्वास और सौहार्द को बढ़ावा देने के संकल्प को दोहराते हुए भविष्य में भी इस प्रकार के समन्वय कार्यक्रमों में सक्रिय सहभागिता का आश्वासन दिया।