
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) में 140 करोड़ रुपये का टेंडर दिलाने के झांसे में व्यापारियों को फंसाकर करोड़ों की ठगी करने वाला नटवरलाल नजाहिर हुसैन अब पुलिस की गिरफ्त में है। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने उसे लखनऊ के गोमतीनगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया, जहां वह ठगी के अन्य आरोपियों से मिलने आया था। इस मामले में आरोपी के कब्जे से फर्जी दस्तावेज, मोबाइल फोन और नकदी भी बरामद हुई है।
क्या था पूरा मामला?
नजाहिर हुसैन, जो बरेली जिले के नवाबगंज थाना क्षेत्र के अभयराजपुर गांव का रहने वाला है, खुद को एफसीआई का वरिष्ठ अधिकारी बताता था। उसने व्यापारियों को 140 करोड़ रुपये का टेंडर दिलाने का वादा किया था। इसके लिए उसने फर्जी आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज तैयार किए थे, और व्यापारियों से पैसे की मांग की थी। सबसे पहले उसने खुर्रमनगर के कारोबारी रफत मुईन और जियाउद्दीन से कई किश्तों में चार करोड़ रुपये वसूल किए। इसके बदले में वह उन्हें एफसीआई के एम-वैल्यू जंक्शन पोर्टल पर पंजीकरण कराने और चावल व अनाज उठाने के टेंडर दिलाने का वादा कर रहा था।
ठगी के दौरान इस्तेमाल किए गए फर्जी दस्तावेज
नजाहिर ने एफसीआई निदेशक के फर्जी हस्ताक्षर वाले दस्तावेज, फर्जी बैंक ड्राफ्ट और पहचान पत्र पेश किए थे ताकि व्यापारियों को विश्वास दिलाया जा सके। हालांकि, जब पीड़ितों ने कुछ समय बाद टेंडर के बारे में जानकारी ली, तो उन्हें यह ठगी का एहसास हुआ।
पहले भी हो चुका है ठगी का शिकार
यह पहली बार नहीं था जब नजाहिर ने ठगी की हो। 2023 में महाराष्ट्र के ठाणे जिले के काशीमीरा थाना क्षेत्र में भी उसने 40 लाख रुपये की ठगी की थी, जिसके कारण वह दो महीने तक जेल में भी रहा। अब एसटीएफ उसकी आपराधिक गतिविधियों की जांच कर रही है, और अन्य आरोपियों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है।
गिरफ्तारी कैसे हुई?
एसटीएफ को मुखबिर से सूचना मिली कि नजाहिर हुसैन शुक्रवार को विनीतखंड स्थित पुलिस मॉडर्न स्कूल के पास किसी से मिलने आने वाला है। एसटीएफ ने घेराबंदी की और उसे गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल एसटीएफ नजाहिर के अन्य सहयोगियों की तलाश में है, जिनमें अरविंद चौहान, अभिषेक ठाकुर, विशाल गर्ग, अभिषेक जैन और प्रकाश शामिल हैं।
नजाहिर के खिलाफ आगे की कार्रवाई
एसटीएफ के अधिकारियों का कहना है कि नजाहिर हुसैन के खिलाफ गोमतीनगर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। अब उसकी गिरफ़्तारी से जुड़े बाकी अपराधों की छानबीन की जा रही है और उसके सहयोगियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
निष्कर्ष
नजाहिर हुसैन की गिरफ्तारी एक बड़े ठगी के मामले को उजागर करती है, जिसमें फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर लोगों को ठगा गया। एसटीएफ की त्वरित कार्रवाई ने न केवल आरोपी को पकड़ा, बल्कि यह भी दिखाया कि साइबर अपराध और ठगी से बचने के लिए सतर्कता बेहद जरूरी है। व्यापारियों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी प्रकार के टेंडर प्रक्रिया में फर्जी लोगों से सावधान रहें और हमेशा सत्यापन करवा लें।