
बरेली नगर निगम ने सड़क और नाली निर्माण में गुणवत्ता की अनदेखी करने वाले ठेकेदार पर सख्त कार्रवाई की है। मुख्य अभियंता मनीष अवस्थी ने ठेकेदार सिपट्टर सिंह पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। यह कदम तब उठाया गया जब निरीक्षण में सड़क निर्माण में तय मानकों का पालन नहीं होने और नाली निर्माण में कम सामग्री के इस्तेमाल का खुलासा हुआ। आइए जानते हैं इस मामले की पूरी कहानी।
सैदपुर हॉकिंस में सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल
बरेली के वार्ड 55 सैदपुर हॉकिंस में चल रहे निर्माण कार्यों की जांच के लिए मुख्य अभियंता मनीष अवस्थी और सहायक अभियंता शिरीष कुमार ने बुधवार को दौरा किया। निरीक्षण में नर्सरी रोड से सैदपुर हॉकिंस तक बन रही सड़क और प्राथमिक स्कूल के पास मरम्मत व नवीनीकरण कार्य की गुणवत्ता को परखा गया। जांच में सामने आया कि 1017.94 वर्ग मीटर सड़क निर्माण में ठेकेदार ने लापरवाही बरती। सड़क पर बिटुमिन की मोटाई 5 सेमी के बजाय सिर्फ 3.50 सेमी पाई गई, जो तय मानकों से कम है। इसके अलावा, नाली निर्माण में भी कम सामग्री के उपयोग का आरोप लगा। इस गंभीर खामी के चलते ठेकेदार पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।
नगर आयुक्त की सख्ती के बाद भी नहीं सुधरा ठेकेदार
यह पहली बार नहीं है जब सैदपुर हॉकिंस के निर्माण कार्य में ठेकेदार की लापरवाही सामने आई हो। पिछले महीने नगर आयुक्त ने भी इस क्षेत्र में चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया था। तब निर्माण में देरी और अनुबंध की शर्तों की अनदेखी पाए जाने पर नगर आयुक्त ने मुख्य अभियंता को ठेकेदार सिपट्टर सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए थे। नगर आयुक्त की सख्ती के बाद ठेकेदार ने काम तो शुरू किया, लेकिन गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया। बुधवार को हुए निरीक्षण में एक बार फिर ठेकेदार की लापरवाही उजागर हुई, जिसके बाद जुर्माने की कार्रवाई की गई।
बरेली नगर निगम की कार्रवाई से संदेश
नगर निगम बरेली ने इस कार्रवाई के जरिए साफ कर दिया है कि जनता के हितों से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सड़क और नाली जैसे बुनियादी ढांचे शहरवासियों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए जरूरी हैं, और इनमें गुणवत्ता की कमी स्वीकार्य नहीं है। मुख्य अभियंता मनीष अवस्थी ने कहा कि आगे भी निर्माण कार्यों की कड़ाई से निगरानी की जाएगी और मानकों का पालन न करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
जनता के लिए सबक और अपील
यह घटना न केवल ठेकेदारों के लिए एक चेतावनी है, बल्कि आम जनता को भी अपने इलाके में चल रहे निर्माण कार्यों पर नजर रखने की जरूरत बताती है। अगर आपको लगता है कि आपके क्षेत्र में सड़क या नाली निर्माण में गुणवत्ता से समझौता हो रहा है, तो नगर निगम से शिकायत करें। बरेली को बेहतर बनाने की जिम्मेदारी हम सबकी है।
निष्कर्ष
बरेली नगर निगम की इस कार्रवाई से उम्मीद है कि भविष्य में ठेकेदार गुणवत्ता को लेकर सजग रहेंगे। सड़क निर्माण में लापरवाही न केवल पैसों की बर्बादी है, बल्कि लोगों की सुरक्षा के लिए भी खतरा है। आप इस मामले के बारे में क्या सोचते हैं? अपनी राय कमेंट में जरूर बताएं।