पाहलगाम आतंकी हमले के बाद उधमपुर में सेना का बड़ा ऑपरेशन देखने को मिला है। इस कार्रवाई में अब तक तीन आतंकियों को मार गिराया गया है, जबकि चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। दुखद रूप से, इस मुठभेड़ में भारतीय सेना का एक जवान शहीद हो गया है।
कहाँ हुआ ऑपरेशन?
यह संयुक्त ऑपरेशन जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले के डुडु बसंतगढ़ इलाके में चलाया गया। यह क्षेत्र पहाड़ी और दुर्गम है, जहां आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मिलकर कार्रवाई की।
कैसे शुरू हुई मुठभेड़?
भारतीय सेना की व्हाइट नाइट कोर ने एक ट्वीट में जानकारी दी कि विशेष खुफिया इनपुट के आधार पर यह ऑपरेशन शुरू किया गया। जैसे ही सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी की, आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में तीन आतंकी मारे गए। हालांकि, इस संघर्ष में एक बहादुर जवान को गंभीर चोटें आईं और बाद में शहीद हो गए।
पकड़े गए आतंकी सहयोगी
ऑपरेशन के दौरान चार संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, जिनपर आतंकियों की मदद करने का आरोप है। इनसे पूछताछ जारी है, जिससे आतंकियों के नेटवर्क का खुलासा हो सकता है।
ऑपरेशन अभी भी जारी
सेना का ऑपरेशन अभी भी डुडु बसंतगढ़ के जंगलों और आसपास के इलाकों में जारी है। सुरक्षा एजेंसियां इस बात की जांच कर रही हैं कि क्या इलाके में और आतंकी छिपे हुए हैं।
क्यों महत्वपूर्ण है यह ऑपरेशन?
यह मुठभेड़ ऐसे समय में हुई है जब पाहलगाम आतंकी हमले के बाद पूरे जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा अलर्ट है। सेना का यह ऑपरेशन आतंकियों को एक कड़ा संदेश है कि भारत की धरती पर आतंक बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
निष्कर्ष
उधमपुर मुठभेड़ भारतीय सेना की दृढ़ इच्छाशक्ति और सटीक खुफिया तंत्र का प्रमाण है। इस ऑपरेशन ने न केवल आतंकियों को करारा जवाब दिया, बल्कि उनके नेटवर्क को भी झटका दिया है। हम सभी को उन शहीद जवानों के बलिदान को नमन करना चाहिए, जो देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर देते हैं।