
बरेली के कोतवाली क्षेत्र में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन शातिर वाहन चोरों को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया है। इस ऑपरेशन में एक आरोपी के पैर में गोली लगी, जिसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चोरी की मोटरसाइकिलें, हथियार और वाहन चोरी से जुड़े कई सामान बरामद किए हैं। यह घटना शनिवार रात इस्लामिया ग्राउंड के पास हुई, जहां पुलिस ने सूचना के आधार पर छापेमारी की थी। आइए जानते हैं इस पुलिस मुठभेड़ की पूरी कहानी।
इस्लामिया ग्राउंड में पुलिस की त्वरित कार्रवाई
शनिवार रात कोतवाली पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि इस्लामिया ग्राउंड के एक खंडहरनुमा भवन में कुछ संदिग्ध लोग चोरी की मोटरसाइकिलों के रजिस्ट्रेशन और चेसिस नंबर बदल रहे हैं। इंस्पेक्टर क्राइम लव सिरोही के नेतृत्व में पुलिस टीम ने तुरंत मौके पर दबिश दी। जैसे ही पुलिस ने आरोपियों को घेरने की कोशिश की, एक बदमाश ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। स्थिति तनावपूर्ण हो गई, लेकिन पुलिस ने साहस दिखाते हुए तीनों आरोपियों को दबोच लिया।
मुठभेड़ में एक बदमाश घायल
जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने आत्मरक्षा के लिए फायरिंग की, जिसमें बारादरी क्षेत्र के रबड़ी टोला निवासी तस्लीम उर्फ मुन्ना के दाहिने पैर में गोली लग गई। घायल तस्लीम को तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसके दो साथी—इज्जतनगर के फरीदापुर चौधरी निवासी इमरान और परतापुर चौधरी निवासी तौकीब—को भी मौके से गिरफ्तार किया गया। पुलिस का कहना है कि यह गिरोह लंबे समय से क्षेत्र में वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहा था।
क्या-क्या बरामद हुआ?
पुलिस ने आरोपियों के पास से भारी मात्रा में सामान बरामद किया, जो उनके संगठित अपराध की गहराई को दर्शाता है। बरामद सामानों में शामिल हैं:
- 315 बोर का तमंचा और दो खोखा कारतूस
- एक जिंदा कारतूस
- नौ चोरी की मोटरसाइकिलें
- एक एक्टिवा स्कूटी
- वाहनों के स्पेयर पार्ट्स और एक अलग किया गया इंजन
- चेसिस व इंजन नंबर बदलने की डाई
- तीन मोबाइल फोन
ये बरामदगी इस बात का सबूत है कि यह गिरोह चोरी के वाहनों की पहचान मिटाकर उन्हें दोबारा बेचने की योजना में लगा था।
संगठित वाहन चोरी गिरोह का पर्दाफाश
पुलिस का मानना है कि यह गिरोह लंबे समय से बरेली और आसपास के इलाकों में सक्रिय था। चोरी की मोटरसाइकिलों और स्कूटी को नंबर बदलकर बेचने का यह धंधा संगठित तरीके से चल रहा था। तीनों आरोपियों से पूछताछ जारी है, जिससे इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों और उनके ठिकानों का पता लगाया जा सके।
बरेली में वाहन चोरी पर लगाम
यह पुलिस कार्रवाई बरेली में बढ़ती वाहन चोरी की घटनाओं पर नकेल कसने की दिशा में एक बड़ा कदम है। स्थानीय लोगों ने भी इस ऑपरेशन की सराहना की है। पुलिस अब इस मामले में गहन जांच कर रही है ताकि इस तरह के अपराधों को पूरी तरह रोका जा सके।
निष्कर्ष
बरेली पुलिस की इस मुठभेड़ ने न सिर्फ तीन शातिर चोरों को सलाखों के पीछे पहुंचाया, बल्कि एक बड़े वाहन चोरी रैकेट का भी भंडाफोड़ किया। यह घटना पुलिस की सतर्कता और साहस का उदाहरण है। यदि आपके पास इस घटना से जुड़ी कोई जानकारी या सवाल है, तो नीचे कमेंट करें। बरेली की ताजा खबरों के लिए हमारे ब्लॉग को फॉलो करें!