बदायूं में आतिशबाजी हादसा: दो की मौत, दो बच्चे घायल, प्रशासन ने शुरू की जाँच

बदायूं, 12 अप्रैल 2025: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के उसावां थाना क्षेत्र में शुक्रवार शाम एक दुखद आतिशबाजी हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर दिया। नगरिया चिकन गांव में एक दोमंजिला मकान की दूसरी मंजिल पर रखी आतिशबाजी में अचानक आग लगने से दो लोगों की मौत हो गई, जबकि दो बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। प्रशासन ने मामले की जाँच शुरू कर दी है।

क्या हुआ हादसा?


शुक्रवार शाम करीब 5:30 बजे, नगरिया चिकन निवासी उमेश चंद्र उर्फ राहुल अपने पड़ोसी मनोज (40) पुत्र श्रीपाल के साथ अपने घर की दूसरी मंजिल पर आतिशबाजी वाले कमरे में मौजूद थे। उमेश शादी समारोहों में आतिशबाजी चलाने का लाइसेंसधारी पेशेवर थे। अचानक आतिशबाजी में आग लग गई, जिससे तेज धमाके शुरू हो गए। धमाकों की तीव्रता से कमरे का लिंटर ढह गया, और उमेश, मनोज, तथा मनोज की दो बेटियाँ—सलोनी और किरन—मलबे के नीचे दब गए।

बचाव कार्य और त्रासदी


धमाकों की आवाज सुनकर गाँव में दहशत फैल गई। ग्रामीणों ने तुरंत उसावां पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुँची पुलिस ने जेसीबी की मदद से मलबा हटवाया, लेकिन तब तक उमेश और मनोज की मृत्यु हो चुकी थी। मनोज की बेटियाँ सलोनी और किरन गंभीर रूप से घायल हो गईं, जिन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भर्ती कराया गया।

प्रशासन का त्वरित एक्शन


घटना की खबर मिलते ही बदायूं की डीएम निधि श्रीवास्तव, एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह, एसडीएम दातागंज धर्मेंद्र कुमार और सीओ केके सरोज घटनास्थल पर पहुँचे। अधिकारियों ने मौके का मुआयना किया और सीएचसी जाकर घायल बच्चियों का हालचाल जाना। डीएम ने बताया कि हादसे के कारणों की जाँच की जा रही है और आतिशबाजी भंडारण नियमों की समीक्षा की जाएगी।

उमेश का पेशा और लाइसेंस


उमेश चंद्र शादी समारोहों में आतिशबाजी चलाने का काम करते थे और उनके पास इसका वैध लाइसेंस था। बताया जाता है कि वह अपने घर की दूसरी मंजिल पर आतिशबाजी का सामान रखते थे। इस हादसे ने आतिशबाजी के भंडारण से जुड़े खतरों को उजागर किया है।

सुरक्षा पर सवाल


यह हादसा आतिशबाजी के भंडारण और उपयोग से जुड़े सुरक्षा मानकों पर सवाल उठाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि आतिशबाजी को घर के अंदर रखना बेहद जोखिमभरा है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि आतिशबाजी का उपयोग और भंडारण सावधानीपूर्वक करें।

आगे की कार्रवाई


पुलिस और प्रशासन ने मामले की गहन जाँच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएँगे। घायल बच्चियों का इलाज जारी है, और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

संदेश


बदायूं का यह हादसा एक चेतावनी है कि आतिशबाजी के साथ लापरवाही भारी पड़ सकती है। उत्सवों को सुरक्षित बनाने के लिए सभी को जागरूक और सावधान रहने की जरूरत है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *