
नई दिल्ली: भारत सरकार की भारतमाला परियोजना के तहत देश में 10 नए एक्सप्रेसवे बनाए जा रहे हैं। इन एक्सप्रेसवे का उद्देश्य न केवल यात्रा के समय को कम करना है, बल्कि व्यापार, पर्यटन और आर्थिक विकास को भी गति देना है।
क्या हैं ये 10 नए एक्सप्रेसवे?
1. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 1,386 किमी
- राज्य: दिल्ली, हरियाणा, यूपी, राजस्थान, गुजरात, एमपी, महाराष्ट्र
- यात्रा समय: 12 घंटे
2. हैदराबाद-विशाखापत्तनम एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 222 किमी
- राज्य: तेलंगाना और आंध्र प्रदेश
3. दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 669 किमी
- राज्य: हरियाणा और पंजाब
- यात्रा समय: 6 घंटे
4. वाराणसी-रांची-कोलकाता एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 612 किमी
- राज्य: यूपी, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल
- यात्रा समय: 9 घंटे
5. दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 239 किमी
- राज्य: दिल्ली, यूपी, उत्तराखंड
- यात्रा समय में कमी: 2.5 घंटे
6. इंदौर-हैदराबाद एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 525 किमी
- राज्य: एमपी, महाराष्ट्र, तेलंगाना
7. अमृतसर-भटिंडा-जामनगर एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 917 किमी
- राज्य: पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात
8. सूरत-नासिक-सोलापुर एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 730 किमी
- राज्य: गुजरात, महाराष्ट्र
9. कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 63 किमी
- राज्य: उत्तर प्रदेश
- यात्रा समय: 60 मिनट
10. बेंगलुरू-चेन्नई एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 262 किमी
- राज्य: कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु
- यात्रा समय: 2 घंटे
इन एक्सप्रेसवे का क्या होगा असर?
इन बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के निर्माण से:
- यात्रा में लगने वाला समय कम होगा
- ईंधन की खपत घटेगी
- व्यापार को नई रफ्तार मिलेगी
- रियल एस्टेट की कीमतें बढ़ेंगी
- रोजगार के नए अवसर बनेंगे
निवेश के लिए सुनहरा मौका
इन एक्सप्रेसवे के आस-पास जमीन और संपत्ति की कीमतों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। ऐसे में यह निवेश के इच्छुक लोगों के लिए एक अच्छा मौका है।
निष्कर्ष
भारत में बन रहे ये 10 एक्सप्रेसवे देश की आर्थिक और भौगोलिक संरचना को नया रूप देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। ये सड़कें न केवल सफर को आसान बनाएंगी, बल्कि आने वाले भारत की तस्वीर भी बदल देंगी।