
बरेली, 29 मई 2025 — उत्तर प्रदेश के बरेली जिला अस्पताल से मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। अधिवक्ता रोहताश कश्यप ने जिला अस्पताल के एक डॉक्टर और स्टाफ पर मारपीट, गाली-गलौज और बंधक बनाने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। इस घटना का वीडियो अस्पताल परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुआ है।
✅ क्या है मामला?
अधिवक्ता रोहताश कश्यप के मुताबिक, वह 27 मई को अपने बीमार भाई सूरज को इलाज के लिए बरेली जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे। उन्होंने जब इमरजेंसी वार्ड में मौजूद डॉक्टर से भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की बात कही, तो डॉक्टर ने कथित तौर पर मना कर दिया। कारण पूछने पर, डॉक्टर और स्टाफ ने उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया और उन्हें इमरजेंसी से बाहर निकाल दिया।
⚠️ कमरे में ले जाकर मारपीट, मोबाइल और पेन छीने गए
पीड़ित अधिवक्ता का आरोप है कि थोड़ी देर बाद उन्हें दोबारा इमरजेंसी वार्ड में बुलाया गया। वहां सफेद कपड़ों और लाल जैकेट में एक युवक सहित 7-8 लोगों ने उन्हें घेर लिया और जबरन एक कमरे में ले जाकर दरवाजा बंद कर दिया। वहाँ उनका मोबाइल फोन और पेन छीन लिया गया, उनके साथ गाली-गलौज की गई और शारीरिक रूप से हमला भी किया गया। करीब आधे घंटे बाद उन्हें उनका सामान वापस लौटाया गया।
📹 सीसीटीवी फुटेज बना सबूत, अधिवक्ता ने की शिकायत
अधिवक्ता का दावा है कि पूरी घटना अस्पताल परिसर के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो चुकी है। उन्होंने इस मामले में जिला अस्पताल प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों, और पुलिस से शिकायत की है। उन्होंने दोषी डॉक्टर व कर्मचारियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
🏥 अस्पताल प्रशासन का पलटवार, अधिवक्ता पर भी दर्ज कराई शिकायत
दूसरी ओर, अस्पताल प्रशासन ने मारपीट के आरोपों से इनकार करते हुए कहा है कि अधिवक्ता को रोका जरूर गया था, लेकिन उनके साथ कोई हिंसा नहीं की गई। प्रशासन का दावा है कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को बुलाया गया था और उन्होंने भी रोहताश कश्यप के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
🔍 मामले की जांच जारी, दोषियों पर कार्रवाई की मांग
फिलहाल मामला जांच में है और सभी की निगाहें सीसीटीवी फुटेज पर टिकी हैं। इस घटना से जिला अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था और मरीजों के परिजनों के साथ व्यवहार को लेकर कई सवाल उठ खड़े हुए हैं। स्थानीय अधिवक्ता संघ और नागरिकों में रोष व्याप्त है।