
बरेली के 35 गांवों में लागू होगी नई महायोजना, जल्द शुरू होगा विकास कार्य
बरेली विकास प्राधिकरण (BDA) ने शहर से लगे 35 गांवों के लिए अलग से महायोजना बनाने का निर्णय लिया है। इससे दो लाख से अधिक लोगों को मिलेगी राहत और बुनियादी सुविधाओं का होगा विकास।
,
बरेली के 35 गांवों की बदलने जा रही है किस्मत: जानिए बीडीए की नई महायोजना से क्या होगा फायदा
बरेली विकास प्राधिकरण की नई महायोजना से अब गांवों में भी शहर जैसी सुविधाएं मिलेंगी – सड़क, नाली, सीवरेज और प्लॉटिंग होगी सुव्यवस्थित
बरेली जिले के 35 गांवों के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है। बरेली विकास प्राधिकरण (BDA) ने शहर से सटे इन गांवों के लिए अलग से महायोजना (Master Plan) तैयार करने का फैसला किया है। इस योजना के लागू होने के बाद इन गांवों में बुनियादी ढांचे का तेजी से विकास होगा, जिससे दो लाख से ज्यादा आबादी को लाभ मिलेगा।
कौन-कौन से गांव शामिल हैं महायोजना में?
तहसीलवार गांवों की सूची इस प्रकार है:
- तहसील सदर: लहरी, भगवतीपुर, कमुआ कला, नरोत्तम नगला, भीकमपुर माफी
- तहसील आंवला: अखा, एहतमाली, मजनूपुर, भोजपुर, रफियाबाद, चांडपुर, नवदिया, बढ़रई आदि
- तहसील फरीदपुर: दहलऊ, समोची, खमरिया, गौसगंज, सराय, नवादिया, जपती, मकसूदपुर आदि
इन गांवों को बीडीए की सीमा में शामिल करने की प्रक्रिया एक साल पहले शासन की मंजूरी के बाद शुरू की गई थी, जिसे अब अंतिम रूप दिया गया है।
महायोजना से होंगे ये बड़े बदलाव:
- नक्शा पास कराना अनिवार्य होगा: अब कोई भी निर्माण कार्य करने से पहले बीडीए से मानचित्र की स्वीकृति लेनी होगी।
- भूमि उपयोग होगा तय: हर क्षेत्र का उपयोग (आवासीय, औद्योगिक, हरित क्षेत्र) पहले से चिन्हित रहेगा।
- बिना स्वीकृति निर्माण पर कार्रवाई: बिना नक्शा पास कराए गए निर्माण पर नोटिस देकर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
- बुनियादी सुविधाओं का विकास: चौड़ी सड़कें, सीवरेज, ड्रेनेज और स्ट्रीट लाइट्स जैसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
- जमीन के रेट में वृद्धि: योजना लागू होते ही जमीनों की कीमत बढ़ेगी, जिससे निवेश और रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।
महायोजना लागू होने की प्रक्रिया क्या है?
- बीडीए ने प्रस्ताव को अंतिम रूप दे दिया है।
- एक हफ्ते में इसका प्रकाशन होगा और आम जनता से आपत्तियां मांगी जाएंगी।
- सभी आपत्तियों का निस्तारण कर इसे BDA बोर्ड से पास कराया जाएगा।
- प्रक्रिया में लगभग 1 साल का समय लग सकता है।
निष्कर्ष: गांवों की शक्ल-सूरत बदलेगी, रोजगार और विकास के द्वार खुलेंगे
बरेली विकास प्राधिकरण की महायोजना से यह साफ है कि अब गांव और शहर के बीच की दूरी सिर्फ किलोमीटर में नहीं, बल्कि सुविधाओं में भी कम हो जाएगी। इससे ग्रामीणों को बेहतर जीवनशैली मिलेगी, और बरेली की अर्थव्यवस्था को नया बल मिलेगा।