पहलगाम आतंकी हमला: भारत ने पाकिस्तान को दिया करारा जवाब, CCS बैठक में लिए गए 5 बड़े फैसले

लेखक: JP Gangwarr अपडेटेड: 24 अप्रैल 2025


28 निर्दोषों की हत्या के बाद भारत का सख्त रुख

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में 28 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई, जिनमें से 3 सैन्य अधिकारी भी थे। हमला उस समय हुआ जब ये पर्यटक अपने परिवारों के साथ कश्मीर की खूबसूरती का आनंद लेने आए थे।

हमले के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब की आधिकारिक यात्रा बीच में छोड़ दी और तड़के ही दिल्ली लौट आए। इसके बाद सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की आपात बैठक बुलाई गई, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर ऐतिहासिक फैसले लिए गए।


CCS बैठक में लिए गए पांच बड़े और कड़े फैसले

  1. सिंधु जल समझौते पर रोक: भारत ने पाकिस्तान के साथ हुए 65 साल पुराने सिंधु जल समझौते को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया है।
  2. पाकिस्तानी हाईकमीशन बंद: दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास को बंद करने का निर्णय लिया गया है।
  3. पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश: भारत में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में देश छोड़ने का नोटिस दिया गया है।
  4. SAARC वीजा छूट पर प्रतिबंध: अब कोई भी पाकिस्तानी नागरिक SAARC वीजा छूट के तहत भारत की यात्रा नहीं कर सकेगा।
  5. SPES वीजा रद्द: अतीत में जारी किए गए सभी SPES वीजा को रद्द कर दिया गया है।

गृह मंत्री और रक्षा मंत्री का बयान

गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर जाकर हालात का जायजा लिया और पीएम को स्थिति से अवगत कराया। वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा:

“यह हमला एक धर्म विशेष को निशाना बनाकर किया गया है। सरकार हर जरूरी कदम उठाएगी और साजिशकर्ताओं को उनके अंजाम तक पहुंचाया जाएगा।”


आतंकियों की जानकारी पर इनाम

J&K पुलिस ने आतंकियों की जानकारी देने वालों के लिए 20 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है। इसके साथ ही पूरे क्षेत्र में Anti-Terror Operation शुरू कर दिया गया है।


प्रधानमंत्री मोदी का संदेश: “आतंक के खिलाफ निर्णायक लड़ाई”

प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट किया है कि भारत अब आतंक के खिलाफ समझौता नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि:

“हमले में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। जो पर्दे के पीछे हैं, उन्हें भी न्याय के कठघरे में लाया जाएगा।”


निष्कर्ष: आतंक के खिलाफ भारत का निर्णायक कदम

पहलगाम हमला न केवल एक जघन्य अपराध है, बल्कि यह भारत की संप्रभुता पर खुला हमला है। भारत ने जो जवाब दिया है, वह न केवल कड़ा है, बल्कि आने वाले समय में आतंक के खिलाफ एक नई रणनीति की शुरुआत भी है।


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